More I go away from you...
More I find myself near you.
More I want, I shouldn't think about you...
More I realize deep into you.
More I try to accept life without you..
OHH...why didn't I say..
I LOVE YOU.....
Thursday, April 15, 2010
Saturday, January 2, 2010
बेचारा एक ख्वाब
लो अब मन में एक और ख्वाब मचलने लगा है,
इतना बड़ा हो गया है की अब तंग करने लगा है।
न कुछ सोचता है और न समझता है....
बच्चों सा जिद करता है।
हम जानते है की कुछ ख्वाब पूरे नहीं हो सकते,
पर देखो न फिर भी मन भटकता है।
ऐसे ख्वाबो में रहना तो नींद में रहना हुआ,
जैसे किसी चिकनी सतह पर दौड़ना हुआ।
नहीं इसको मरना होगा औरो की तरह,
गला घोंट दूंगा इसका भी...
कुछ देर तडपेगा फर्श पर और सो जायेगा,
और मै फिर खो जाऊंगा अपनी बेरंग दुनिया में.....................
Subscribe to:
Posts (Atom)